
Programming Kya Hoti Hai Or Programming In Hindi
आज के इस article मे programming के बारे मे बात करेंगे की ये Programming kya hoti hai या Programming Language क्या है है और ये कितने प्रकार की होती है। अगर आप इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी(IT) या ये कहे की कंप्यूटर की दुनिया मे नए हो तो आप के लिए ये जानना वेहद जरुरी हो जाता है की प्रोग्रामिंग क्या है या coding क्या होती है।
Programming कंप्यूटर की एक प्रकार की भाषा होती है जिसकी मदद से यूजर के द्वारा दी जाने वाली इंस्ट्रक्शन (आदेश) को समझने मे कंप्यूटर को आसानी होती है। इसको इस प्रकार से लिखा किया जाता है कि किसी काम के लिये आवश्यक विभिन्न computations को कंप्यूटर समझ सके। Programming का use कंप्यूटर के आलावा अन्य मशीनो मे भी किया जाता है जैसे calculator और ATM मे।
जैसे हमे एक दूसरे से बात करने के लिए अलग अलग भाषाओ का प्रयोग करना पड़ता है ठीक उसी प्रकार computer भी हमारी instruction को समझने के लिए binary (0,1) का प्रयोग करता है। Compiler user की instructions को बाइनरी में convert करता है।पास्कल, बेसिक, C, C++, जावास्क्रिप्ट, पाइथन और बहुत सी programming languages हैं।
Programming Language ke Types
Programming मुख्य रूप से 3 प्रकार की होती है-
- Machine Language
- Assembly Language
- High-level Language
1. Machine Language
Machine Language कंप्यूटर की पहली generation की लैंग्वेज है। Machine Language एक ऐसी भाषा होती है जो की CPU को user द्वारा दी जाने वाली instructions को समझने मे आसानी होती है। इस भाष मे binary numbers(0,1) का प्रयोग होता है।
2. Assembly Language
Assembly Language दूसरी generation की language है। Assembly Language को low-level-language भी कहा जाता है। Assembly Language की मदद से प्रोग्रामिंग आसान हो जाती है। Assembly Language मे binary की जगह keywords का प्रयोग किया जाता है। Assembly language के program को machine code में बदलना पड़ता है। इसे assembler के द्वारा किया जाता है।
3 .High-Level Language
High-Level Language को समझना आसान होता है क्योंकि ये simple अंग्रेजी भाषा की तरह होती है । C,C++ का प्रयोग high -level language मे होता है। High-level language को compiler के द्वारा translate किया जाता है।